Mauni Amavasya Date: Friday, 9 February 2024
मौनी अमावस्या
मौनी शब्द मौन से उत्पन्न हुआ है यानी इस दिन मौन रहकर व्रत करना चाहिए। मौनी अमावस्या के दिन मौन व्रत धारण कर मन को संयमित करके काम, क्रोध, लोभ, मोह आदि से दूर रखना चाहिए।
मौनी अमावस्या डेट: शनिवार, 21 जनवरी 2023
देवतागण प्रयागराज आकर अदृश्य रूप से संगम में स्नान करते हैं। वहीं मौनी अमावस्या के दिन पितृगण पितृलोक से संगम में स्नान करने आते हैं और इस तरह देवता और पितरों का इस दिन संगम होता है। मान्यताओं के अनुसार इस दिन पवित्र संगम में देवताओं का निवास होता है इसलिए इस दिन मौन रखकर गंगा स्नान का विशेष महत्व है।
February 9, Friday –
प्रयागराज कुंभ मेले के दौरान, मौनी अमावस्या सबसे महत्वपूर्ण स्नान दिवस में से एक है, और इसे अमृत योग के दिन और कुंभ पर्व के दिन के रूप में जाना जाता है।
मान्यता है कि इसी दिन जैन संप्रदाय के प्रथम तीर्थंकार ऋषभ देव ने अपनी लंबी तपस्या का मौन व्रत तोड़ा था और संगम के पवित्र जल में स्नान किया था।
संबंधित अन्य नाम | माघी अमावस्या |
सुरुआत तिथि | माघ कृष्णा अमावस्या |
कारण | To Porify Our Maan |
उत्सव विधि | Silence Fast, Ganga Shnan, River Bath, Daan, Donations, Bhajan, Kirtan |
यह भी जानें
- प्रयागराज कुंभ
- वसंत पंचमी
- महाशिवरात्रि
- आरती: श्री गंगा मैया जी
- श्री गंगा चालीसा
- श्री गंगा स्तोत्रम्
- मकर संक्रांति
- सोमवती अमावस्या
Mauni Amavasya in English
By keeping the silence fast on the Mauni Amavasya, the mind should be kept away from work, anger, greed, attachment etc.
संबंधित जानकारियाँ
आवृत्ति – वार्षिक
समय – 1 दिन
सुरुआत तिथि – माघ कृष्णा अमावस्या
समाप्ति तिथि – माघ कृष्णा अमावस्या
महीना – जनवरी / फरवरी
कारण – To Porify Our Maan
उत्सव विधि – Silence Fast, Ganga Shnan, River Bath, Daan, Donations, Bhajan, Kirtan
महत्वपूर्ण जगह – Kumbh, Prayagrag, Ganga Ghat, Rivers.
पिछले त्यौहार
21 January 2023, 1 February 2022